
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। देशभर की तरह इंदौर में भी चार दिसंबर से विमान सेवा गहरे संकट में है। इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo Airline) की लगातार रद्द हो रही उड़ानों ने हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाएं ध्वस्त कर दी। तीन दिनों से इंदौर से आने-जाने वाले यात्रियों की दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रहीं। इंदौर एयरपोर्ट पर तीसरे दिन शुक्रवार को भी हवाई संकट कायम रहा और 35 उड़ानों को निरस्त कर दिया गया। वहीं 18 उड़ाने दो से छह घंटा देरी से संचालित हुई। देरी और रद्दीकरण की जानकारी नहीं मिलने से यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है।
इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट से बीते तीन दिन से विमान सेवा चरमराई हुई है। एयरपोर्ट यात्रियों का शिविर बन चुका है और जाने वालों को उड़ानों की सुविधा नहीं मिल पा रही है।दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, गोवा जैसे व्यवस्तम रूट पर उड़ानें निरस्त होने से यात्री अधिक परेशान हो रहे है। शुक्रवार को इंडिगो विमान कंपनी की कई उड़ाने घंटों देरी से संचालित हुई, तो 35 को निरस्त कर दिया गया। इससे एयरपोर्ट पहुंच चुके यात्रियों का परेशान होना पड़ा। इंडिगो विमान कंपनी के मैनेजर का कहना है कि उड़ानों को व्यवस्थित किया जा रहा है। वहीं निरस्त होने वाली उड़ान की जानकारी यात्रियों को दी जा रही है।
तीन दिन से इंडिगो विमान कंपनी की उड़ाने निरस्त होने के साथ देरी से संचालित हो रही है। तीन दिन में 62 उड़ाने निरस्त हो चुकी है। वहीं 51 उड़ाने दो से छह घंटा देरी से संचालित हुई। यात्री समय पर एयरपोर्ट पहुंच रहे है, लेकिन घंटों इंतजार के बाद उड़ान निरस्त होने की जानकारी दी जा रही है। सही सूचना नहीं मिल पाने से अधिक परेशानी हो रही है। इंदौर से मुंबई, दिल्ली, पुणे और हैदराबाद जाने वाले यात्रियों की परेशानी सबसे ज्यादा दिखी। कई यात्री घंटों एयरपोर्ट पर फंसे रहे, कई की मीटिंग्स, मेडिकल अपाइंटमेंट और अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिंग फ्लाइट्स छूट गईं।
इंडिगो की लगातार निरस्त होती उड़ानों के कारण अन्य एयरलाइंस में किराया आसमान पर पहुंच गया। आम दिनों की अपेक्षा किराया चार से पांच गुना तक बढ़ चुका है। इंदौर–दिल्ली किराया सामान्यतः चार से साढ़े चार हजार रुपये के आसपास रहता है, अब 20 हजार रुपये के करीब पहुंच चुका है। वहीं इंदौर-गोवा का किराया 5500 रहता है, लेकिन अभी 25 हजार के पास है। इंदौर-बेगलुरु का किराया 20 हजार के करीब पहुंच चुका है। यही हाल हैदराबाद, चेन्नई, अहमदाबाद सहित अन्य रूटों का है।
इंडिगो रद्दीकरण का ठीकरा डीजीसीआइ के नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट नियमों पर फोड़ रहा है, जबकि ये नियम दो साल से अधिक समय से लागू हैं। जानकारों का कहना है कि वास्तविक समस्या इंडिगो की क्रू और पायलटों की भारी कमी है। मुनाफा कमाने के बावजूद एयरलाइन ने समय पर भर्ती नहीं की और अब अचानक लागू अनुशासन और आराम समय की पाबंदियों के चलते शेड्यूल ध्वस्त हो रहा है।
यह भी पढ़ें- Indore में मुस्लिम परिवार की काली करतूत, हिंदू लड़की को बेचकर बार डांसर बनाने की कोशिश, आरोपी पकड़ाया