
Indore News: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। लोकसभा-राज्यसभा से विपक्षी सांसदों के निलंबन के विरोध में कांग्रेस ने शुक्रवार को इंदौर में प्रदर्शन किया। शहर और जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस के संगठन प्रभारी भी धरने में शामिल हुए। गांधी प्रतिमा पर आयोजित धरने में कांग्रेसियों ने काली पट्टी बांधकर मौन धरा। धरना खत्म करते हुए राष्ट्रपिता की प्रतिमा के सामने प्रार्थना करते हुए कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए सरकार को सद्बुद्धि दें।
लोकसभा-राज्यसभा के 146 सांसदों के निलंबन के विरोध में कांग्रेस ने देशभर में विरोध की घोषणा की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में जीतू पटवारी के पद संभालने के बाद यह पहला प्रदर्शन था। प्रदर्शन में शहर व जिला कांग्रेस कमेटी एक साथ नजर आई। धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं ने हाथ में काली पट्टी बांधी और विरोध प्रदर्शित किया।

प्रारंभ में शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने कहा कि संसद से 146 सांसदों का निलंबन लोकतंत्र की हत्या है। सांसदों को उनके दायित्व अभिव्यक्ति के अधिकार से षड्यंत्रपूर्वक वंचित किया गया। इस अनैतिक निर्णय का हम विरोध करते हैं। महात्मा गांधी ने कहा था कि मौन में शब्दों से ज्यादा शक्ति है। हम अपना विरोध मौन धरने के रूप में प्रदर्शित कर रहे हैं।
समापन पर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष सदाशिव यादव ने कहा कि केंद्र सरकार सांसदों को बाहर नहीं कर रही, बल्कि जनता की आवाज भी संसद में पहुंचने से रोक रही है। यह तानाशाही की शुरुआत है। धरने में इंदौर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के साथ प्रभारी चंद्रशेखर शर्मा एवं महेंद्र परमार के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे। संचालन शहर कांग्रेस के संगठन मंत्री महेंद्र रघुवंशी ने किया। आभार मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संभागीय प्रवक्ता विवेक खंडेलवाल ने माना।
धरने में पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टंडन, राजेश चौकसे, नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे, अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष शेख अलीम, देवेंद्र सिंह यादव, विनय बाकलीवाल, पिंटू जोशी, अरविंद बागड़ी, रीना बौरासी, अनिल यादव, प्रेम खड़ायता, जय हार्डिया, गिरीश जोशी, श्यामसुंदर यादव, डा सीएल यादव, ठाकुर जितेंद्र सिंह के साथ महिला कांग्रेस अध्यक्ष साक्षी शुक्ला, रीता डागरे, प्रमोद द्विवेदी व अन्य उपस्थित थे।