
नईदुनिया प्रतिनिधि, फतेहपुर। इंदौर से हनीमून के लिए मेघालय के शिलांग गए राजा रघुवंशी की हत्या में पकड़ा गया राज कुशवाहा फतेहपुर के गाजीपुर थाने के रामपुर सुकेती गांव का है। उसके बाबा दरबारी सिंह व दादी रामलली को यकीन नहीं हो रहा कि उनका राज ऐसा कृत्य कर सकता है। उनका कहना है कि वह पूरी तरह से निर्दोष है, उसे साजिशन फंसाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि राज 14 वर्ष पहले अपने मां-पिता व दो छोटी बहनों के साथ इंदौर जाकर रहने लगा, उस समय राज की उम्र छह वर्ष थी। पिता बबुआ सिंह हत्या की मास्टर माइंड सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी की फैक्ट्री में काम करते थे। वर्ष 2020 में बबुआ सिंह की कोरोना से मौत हो गई तो पिता की जगह राज फैक्ट्री में बतौर अकाउंटेंट काम करने लगा था। राज अपनी मां चुन्नी सिंह उर्फ संगीता देवी, छोटी बहनों सुहानी व प्रिया के साथ इंदौर में किराए पर रहता था।
बड़ी बहन काजल गांव में बाबा-दादी के पास रहकर परास्नातक की पढ़ाई कर रही है। ग्रामीणों का कहना था कि राज यहां नहीं आता था, जिससे उसका परिचय नहीं है। उसे पहचानते थे कि ये राज है, उसकी आदत से परिचित नहीं थे। वह छह साल की उम्र में गांव से इंदौर चला गया था। चाचा मुन्ना सिंह ने बताया कि राज गांव बहुत कम आता था। वर्ष 2024 में राज होली पर गांव आया था। त्योहार करके चला गया था।
एक माह पूर्व राज की मां व बहनें एक शादी में आईं थीं, फिर चली गईं। उनके मुताबिक भी राज हत्या जैसी वारदात नहीं कर सकता। उसे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। राज की दादी रामलली ने बताया कि बहू चुन्नी का फोन आया था जिसके बाद से रात भर वह सब सो नहीं सके। मेहनत मजदूरी कर पूरे घर का खर्च उठाने वाले राज के पकड़े जाने से सभी बेहाल है।
जानकारी मिलने के दूसरे दिन मंगलवार सुबह ही काजल के साथ राज के बाबा इंदौर के लिए निकल गए। वहीं, इंटरनेट मीडिया में राज की मां चुन्नी का रोते बिलखते एक वीडियो प्रचलित हो रहा है। उसमें वह कह रही है कि बेटे को किसी तरह कक्षा आठ तक पढ़ाया। वह सुबह अखबार बांटने का काम भी करता था। सोनम को उसने एक बार भी नहीं देखा। बेटे को साजिशन फंसाया जा रहा है, जबकि 22 व 23 मई को घर पर ही था।
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