
नईदुनिया ग्वालियर: इंटरनेट मीडिया पर बच्चों के आपत्तिजनक फोटो-वीडियो अपलोड करना भारी पड़ सकता है। राज्य साइबर सेल ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़े ऐसे मामलों के खिलाफ व्यापक स्तर पर कार्रवाई शुरू की है। 'आपरेशन नयन' इसे नाम दिया है। साथ ही SOP (स्टैंडर्ड प्रोसीजन आपरेटिंग) तैयार कर सभी नोडल थानों को भेजा है। जिसके बाद ग्वालियर में चार और भोपाल में आठ प्रकरण दर्ज किए गए। प्रदेशभर में एक महीने में ऐसी 20 FIR हुई हैं।
कुछ आरोपी भी गिरफ्तार किए गए हैं। मुरैना के युवक ने दोस्तों को भेजी वीडियो, गिरफ्तार राज्य साइबर सेल ग्वालियर के निरीक्षक दिनेश गुप्ता ने नईदुनिया को बताया कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ा एक वीडियो अंबाह निवासी देवराज सिंह तोमर ने इंस्टाग्राम पर दोस्तों को भेजा था। I4C यानी इंडियन साइबर क्राइम को-आर्डिनेशन सेंटर ने उसे चिह्नित कर नोडल थाने को शिकायत भेजी।
टीम ने यहां IP एड्रेस पता कर देवराज तक पहुंची और 26 अक्टूबर को FIR दर्ज उसे गिरफ्तार कर लिया। इसी तरह 31 अक्टूबर को मोतिहारी (बिहार) निवासी युवक के खिलाफ FIR की गई है। फिलहाल, उसकी तलाश की जा रही है। भोपाल में सबसे ज्यादा FIR आपरेशन नयन के तहत चाइल्ड पोर्नोग्राफी के सर्वाधिक आठ मामले भोपाल में दर्ज किए गए हैं। इंडियन साइबर क्राइम को-आर्डिनेशन सेंटर ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी को रोकने के लिए एनसीएमइसी, टिपलाइन पोर्टल तैयार किया है। जो ऐसे कंटेंट को चिह्नित करता है।
तकनीकी पड़ताल के बाद वहां के नोडल थाने को शिकायत जाती है, जहां से यह कंटेंट अपलोड हुआ है। I4C द्वारा ही मानीटरिंग की जाती है। बच्चों के ऐसे फोटो-वीडियो अपलोड न करें राज्य साइबर सेल के डीएसपी संजीव नयन शर्मा ने बताया कि लोग कई बार अपने या रिश्तेदारों के बच्चों के न्यूड फोटो, वीडियो अपलोड कर देते हैं। यह भी चाइल्ड पोर्नोग्राफी के दायरे में आएगा।
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इंटरनेट मीडिया पर ऐसी सामग्री अपलोड करने में सावधानी रखें। आपरेशन नयन का उद्देश्य भी चाइल्ड पोर्नोग्राफी करने वालों पर सख्त कार्रवाई करना है। ताकि ऐसा कंटेंट इंटरनेट मीडिया पर साझा न किया जाए। वर्जन चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले में पूरे प्रदेशभर में FIR हुई हैं। छह नवंबर को आपरेशन नयन के एक माह हो जाएंगे। दो दिन बाद समीक्षा की जाएगी। डीएसपी रैंक के अधिकारी द्वारा मानिटरिंग की जाती है।
-प्रणय नागवंशी, एसपी, राज्य साइबर पुलिस
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