
नवदुनिया प्रतिनिधि, राजगढ़। बस में सफर कर रही एक महिला यात्री के पास बैठकर एक आरोपित ने उनके बैग को सीट से नीचे रखवाया और बाद में उसके साथियों ने बैग में रखे सोने-चांदी के आभूषण व नकदी 80 हजार गायब कर दिए थे। चोरी की वारदात की जानकारी लगने के बाद महिला ने देहात थाना ब्यावरा में एफआइआर कराई। इसके बाद पुलिस ने तीन आरोपितों की लोकेशन ट्रैस कर 26 लाख के आभूषण व नकदी बरामद कर लिए, जबकि तीन आरोपित फिलहाल फरार हैं।
पुलिस कंट्रोल रूम राजगढ़ में मामले का पर्दाफाश करते एसपी अमित कुमार तोलानी ने बताया कि पवित्रा बाई पति रूप सिंह नागर (50) निवासी ग्राम बरोटा, जिला देवास 19 नवंबर को मक्सी से चार्टेड बस में यात्रा करके ब्यावरा आई थी। यात्रा के दौरान वह बस में एक सीट पर बैठी थी व दूसरी पर बैग रख रखा था। जिसमें सोने-चांदी व नकदी मिलाकर 26 लाख का मशरूका था।
यात्रा के दौरान करीब 60 वर्ष का यात्री नूरसिंह अहेरिया आया और सीट पर बैठ गया। यात्री ने महिला से कहा कि बैग के कारण बैठने में दिक्कत आ रही है, इसलिए आप बैग नीचे रख दीजिए। महिला ने यात्री की परेशानी को देखते हुए बैग को सीट के नीचे रख दिया। तब ही साथ में मौजूद अन्य बदमाश पीछे की सीट के पास आ गए। पीछे के बदमाशों ने बैग की चेन खोली और दूसरी ओर रखे आभूषण व नकदी को निकालने के लिए अंदर से ब्लेड लगाकर कट लगाते हुए उसमें रखे सोने के 21 तोले आभूषण, चांदी के 1 किलो 300 ग्राम के आभूषण व 80 हजार नकदी पर हाथ साफ कर दिया।
महिला को समझ में न आए इसलिए बैग की जेब को बकायदा फेवीक्विक से पैक कर दिया। इसके बाद महिला अपनी यात्रा करते हुए ब्यावरा में उतर गई। महिला ने जब घर पहुंचकर बैग खोला तो सामान चोरी हो चुका था। 23 नवंबर को महिला ने देहात थाना पहुंचकर एफआइआर कराई थी।
प्रकरण दर्ज होने के बाद पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए विशेष टीम गठित की। टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, जिनसे कुछ सुराग हासिल हुआ। इसके अलावा मुखबिर सूचना और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपितों की पहचान की गई। पुलिस ने टिंकू उर्फ टिंका अहेरिया, धर्मेन्द्र अहेरिया, अनमोल अहेरिया, बंटी अहेरिया, भूपेन्द्र अहेरिया (सभी निवासी मिर्जापुर, उ.प्र. एवं नूरसिंह अहेरिया निवासी मोहदीनपुर, ऐटा (उ.प्र.) के रूप में की गई।
इसके बाद पुलिस ने मिर्जापुर में दबिश दी गई, परंतु आरोपी बाहर होने से पकड़े नहीं गए। तकनीकी लोकेशन पर आधारित ट्रैकिंग के बाद तीन आरोपितों जौरा बस स्टैंड (श्योपुर–मुरैना मार्ग) से गिरफ्तार किए गए। पूछताछ पर आरोपियों ने अपने तीन फरार साथियों के साथ मिलकर चोरी करना स्वीकार किया। जो आरोपित पकड़े गए उनमें अनमोल अहेरिया, बंटी अहेरिया व भूपेन्द्र अहेरिया शामिल हैं।
जबकि तीन फरार आरोपितों में टिंकू उर्फ टिंका पिता रामजीलाल अहेरिया, उम्र 34 वर्ष, निवासी मिर्जापुर, हाथरस (उ.प्र.), धर्मेन्द्र पिता जंगबहादुर अहेरिया, उम्र 47 वर्ष, निवासी मिर्जापुर, हाथरस (उ.प्र.) एवं नूरसिंह पिता गोवर्धन अहेरिया, उम्र 60 वर्ष, निवासी मोहदीनपुर, हाथरस (उ.प्र.) शामिल हैं।
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पुलिस के मुताबिक पवित्रा बाई पति रूप सिंह नागर, अपने पति के साथ देवास जिले के बरोटा गांव में निवास करती हैं। उनका इकलौता पुत्र सचिन ब्यावरा में तौल कांटे पर काम करता है। सचिन की एक बहन थी जिसका विवाह हो चुका। ऐसे में मां बीच-बीच में अपने बेटे व बहू के पास मिलने के लिए आती है।
वह जब भी आती है तो एक सप्ताह से अधिक रुककर जाती है। ऐसे में इस बार भी जब पवित्रा बाई बेटे से मिलने आई तो वह देवास में जेवर व नकदी छोड़ने की बजाए साथ ले आई, ताकि जब वापस जाऊंगी तो ले जाऊंगी। लेकिन इसी बीच रास्ते में बदमाशों ने चार्टेड बस में से उनके जेवर व नकदी गायब कर दिए थे।