नईदुनिया प्रतिनिधि, सीधी। जिला अस्पताल में उस समय हड़कंप मच गया जब असामाजिक तत्वों द्वारा आईसीयू वार्ड की ऑक्सीजन पाइपलाइन का कनेक्शन अचानक बंद कर दिया। इससे पाइपलाइन से ऑक्सीजन का प्रेशर काम हो गया। सिविल सर्जन डॉ. खरे ने स्थिति की गंभीरता को तुरंत समझा और मात्र 4 मिनट के भीतर ऑक्सीजन सप्लाई को पुनः चालू करवा दिया, जिससे सभी बच्चों की जान बच सकी।
9 बच्चे पाइपलाइन से ऑक्सीजन ले रहे थे
बता दें कि जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड में 9 बच्चे पाइपलाइन से ऑक्सीजन ले रहे थे। दोपहर करीब साढ़े बारह बजे किसी असमाजिक तत्वों द्वारा पाइपलाइन से ऑक्सीजन की सप्लाई को बंद कर दिया गया। बच्चों को दिक्कत होने पर डॉक्टर टीम ने सिविल सर्जन को सूचना दी। तत्काल टीम जांच में जुट गई और करीब 4 मिनट के अंदर सप्लाई को फिर से बेहतर तरीके से शुरू किया गया। तब अस्पताल प्रबंधन ने राहत की सांस ली।
दर्ज कराई गई शिकायत
इस पूरे घटनाक्रम को अस्पताल के सीसीटीवी कैमरों में कैद कर लिया गया। प्रबंधन द्वारा इसकी सूचना सिटी कोतवाली पुलिस को देकर शिकायत दर्ज कराई गई। शिकायत के बाद पुलिस जांच में जुटी है।
मरीज के साथ मारपीट
इसके अलावा, जिला अस्पताल में एक मरीज के साथ डॉ. नितिन द्वारा मारपीट करने का वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा है। मरीज ने आरोप लगाया कि रात में बीमारी की स्थिति में वे जिला अस्पताल पहुंचे थे, जहां इमरजेंसी में मौजूद डॉ. नितिन एवं एक अन्य व्यक्ति द्वारा शराब के नशे में उन्हें मारपीट किया गया, जिससे चेहरे में चोट लगी। इसकी शिकायत सिटी कोतवाली में दर्ज कराई गई है।
जिला अस्पताल में सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड तैनात हैं, लेकिन कोई भी बिना रोक-टोक वार्ड में आसानी से पहुंच जाते हैं। आए दिन मारपीट सहित अन्य घटनाएं सामने आती हैं। असामाजिक तत्वों द्वारा आईसीयू वार्ड में घुसकर ऑक्सीजन पाइपलाइन को बंद कर दिया गया, जिससे प्रेशर कम हो गया। जानकारी मिलते ही करीब 4 मिनट के भीतर पाइपलाइन को शुरू कर दिया गया, जिससे बड़ी घटना टली।
इनका क्या कहना
डॉ. एसबी खरे, सिविल सर्जन, सीधी ने कहा कि "असामजिक तत्वों द्वारा आईसीयू वार्ड में घुसकर आक्सीजन पाइप लाइन को बंद कर दिया गया था। जिससे आक्सीजन का प्रेशर कम हो गया था। जानकारी मिलते ही करीब 4 मिनट के भीतर पाइप लाइन को शुरू कर दिया गया। जिससे बड़ी घटना से बचा जा सका है। जिसकी सूचना सिटी कोतवाली पुलिस में दर्ज कराया गया है। मारपीट के मामले में टीम गठित कर संबंधित डाक्टर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।"