Cracked Heels: गर्मियों में फटी एड़ियों से हैं परेशान, तो इन घरेलू उपायों की मदद से पाएं निजात
Cracked Heels in summer फटी एड़ियों से निजात पाने के लिए सेंधा नमक का प्रयोग कर सकते हैं। गुनगुने पानी में 2 चम्मच सेंधा नमक
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Wed, 31 May 2023 03:15:54 PM (IST)
Updated Date: Wed, 31 May 2023 03:24:15 PM (IST)

Cracked Heels in summer। गर्मियों के मौसम में एड़ियों का फटना एक आम बात हैं और अधिकांश लोग इस समस्या से जूझते हैं। गर्मी के मौसम में यदि आपकी एड़ी के नीचे की त्वचा अत्यधिक कठोर और शुष्क हो गई है तो यह दरार का कारण बन सकती है। हालांकि एड़ी फटना कोई ज्यादा चिंताजनक स्वास्थ्य समस्या नहीं है लेकिन समय पर इलाज होने पर सेल्युलाइटिस नामक
त्वचा संक्रमण होने का खतरा हो सकता है। गर्मी के मौसम में इन घरेलू उपायों से आप अपनी एड़ियों के देखभाल कर सकते हैं -
पैरों को ठंडे पानी में भिगोएं
एड़ियों के फटने से बचाने के लिए अपने पैरों को गुनगुने पानी में भिगोएं और एड़ियों को प्यूमिक स्टोन से रगड़ कर साफ कर सकते हैं। फटी एड़ी के आसपास की त्वचा अक्सर आपकी बाकी त्वचा की तुलना में अधिक मोटी और शुष्क होती है। अपने पैरों को भिगोने और मॉइस्चराइज करने से फटी एड़ियों से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है। हफ्ते में कम से कम दो बार ऐसा करने की कोशिश करें।
शहद लगाएं
यदि आप पैरों पर कोई बाहरी प्रोडक्ट नहीं लगाना चाहते हैं तो एड़ियों को फटने से बचाने के लिए शहद एक शानदार
घरेलू औषधि है। रोगाणुरोधी और जीवाणुरोधी गुणों से भरपूर, शहद आपकी फटी एड़ियों को ठीक करने और उन्हें मुलायम रखने में मदद कर सकता है।
नारियल के तेल का प्रयोग करें
बालों की देखभाल के साथ-साथ नारियल तेल एड़ियों की भी मुलायम बनाने में मदद कर सकता है। पैरों को पानी में कुछ देर भिगोने के बाद एड़ी पर नारियल का तेल लगा सकते हैं। नारियल के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो फटी एड़ियों को ठीक करते हैं।
फटी एड़ियों से निजात पाने के लिए
सेंधा नमक का प्रयोग कर सकते हैं। गुनगुने पानी में 2 चम्मच सेंधा नमक मिलाएं। अब अपने पैरों के कुछ देर के लिए डुबो कर रखें। पैर को साफ कपड़े से सुखा लें। ऐसा करने से एड़ियां मुलायम हो जाती है।
डिस्क्लेमर
स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।