डिजिटल डेस्क, इंदौर। हम सभी जानते हैं कि कैसे हमारी डाइट का सीधा असर हमारी जीवनशैली पर पड़ता है। ऐसे तो माना जाता है कि एक स्वस्थ जीवनशैली की शुरुआत ही सही खानपान से होती है। इसलिए खानपान गड़बड़ होते ही सबसे पहले हमारी नींद प्रभावित होती है।
नतीजा, इससे पूरा शरीर अस्वस्थ और थका हुआ महसूस करता है। अनिद्रा या इन्सोम्निया की समस्या का कारण कोई एक नहीं है। स्ट्रेस, दवाई, जीवनशैली के अलावा इसका सबसे बड़ा कारण शरीर में विटामिन की कमी है। ऐसे कई विटामिन होते हैं, जिनकी कमी से अनिद्रा की समस्या शुरू होती है।
मगर, इनमें दो ऐसे मुख्य विटामिन हैं, जिनकी कमी से ये समस्या अधिक बढ़ सकती है। आइए जानते हैं कि कैसे विटामिन की कमी से शुरू हो सकती है नींद न आने की समस्या…
इस विटामिन को अक्सर बोन हेल्थ से जोड़ कर ही देखा जाता है। मगर, विटामिन डी का सर्केडियन साइकिल को नियंत्रित करने में भी बेहद अहम रोल है। विटामिन डी की कमी होने पर शॉर्ट स्लीप ड्यूरेशन की समस्या शुरू हो सकती है, जिसका मतलब ये हुआ कि बहुत ही कच्ची नींद आती है जो कि जल्दी जल्दी टूटती है।
सूर्य की रोशनी विटामिन डी का जबरदस्त स्रोत है। जिस तरह सूरज हमारी सर्केडियन रिदम को नियंत्रित करता है उसी तरह विटामिन डी का भी अनिद्रा की समस्या को दूर भगाने में अहम रोल है।
ये विटामिन शरीर के इम्यून सिस्टम को सपोर्ट करता है। विटामिन बी6 की कमी होने पर सेरोटोनिन और मेलाटोनिन का उत्पादन प्रभावित होता है। ये दोनों हार्मोन ही बेहतर नींद के लिए जिम्मेदार होते हैं।
यह भी पढ़ें- ओमेगा-3 और ओमेगा-6 से भरपूर हैं ये बीज… दिल, दिमाग और स्किन को बनाते हैं बेहतर
इनकी कमी होने पर इन्सोम्निया यानी अनिद्रा और डिप्रेशन की समस्या शुरू हो सकती है। गाजर, केला, दूध, अंडा, चीज़, पालक, साबुत अनाज आदि में विटामिन बी6 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसलिए बेहतर नींद के लिए इन्हें अपनी डाइट का हिस्सा जरूर बनाएं।