Polyarthritis Causes: जानें क्या होता है पॉलीअर्थराइटिस, इन लक्षणों को बिल्कुल न करें अनदेखा
पॉली आर्थराइटिस एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें कई जोड़ प्रभावित होते हैं। यह सूजन, दर्द, जकड़न और गतिशीलता में कमी का कारण बनता है। इसके मुख्य कारण ऑटोइम्यून विकार, संक्रमण, गाउट और ऑस्टियोआर्थराइटिस हैं। इलाज में फिजियोथेरेपी, संतुलित आहार और गंभीर मामलों में सर्जरी शामिल है।
By Nai Dunia News Network
Edited By: Nai Dunia News Network
Publish Date: Mon, 27 Jan 2025 11:19:58 PM (IST)
Updated Date: Mon, 27 Jan 2025 11:20:42 PM (IST)
(फाइल फोटो)हेल्थ डेस्क, इंदौर। पॉलीअर्थराइटिस एक ऐसी स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें शरीर के एक साथ कई जोड़ प्रभावित होते हैं। यह जोड़ों में सूजन, दर्द, जकड़न और गतिशीलता में कमी का कारण बनती है। यह समस्या हाथ, घुटने, कंधे, एड़ी और उंगलियों जैसे एक से अधिक जोड़ों को प्रभावित कर सकती है। पॉलीअर्थराइटिस के लक्षण और कारण व्यक्ति-व्यक्ति में अलग हो सकते हैं। इंदौर स्थित कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी हॉस्पिटल के अर्थोपेडिक एंड शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. अरुणांग्शु मुखर्जी इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं -
पॉलीअर्थराइटिस के कारण
पॉलीअर्थराइटिस के कई कारण हो सकते हैं। इसके कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
ऑटोइम्यून विकार: शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कभी-कभी स्वस्थ ऊतकों पर हमला करती है, जिससे सूजन और दर्द होता है। रुमेटॉयड अर्थराइटिस इस स्थिति का एक सामान्य कारण है।
संक्रामक अर्थराइटिस: बैक्टीरिया या वायरस से होने वाले संक्रमण जोड़ों में सूजन का कारण बन सकते हैं। यह संक्रमण रक्त के माध्यम से जोड़ों तक पहुँचता है।
गाउट: यह एक प्रकार का गठिया है, जो शरीर में यूरिक एसिड के अत्यधिक जमा होने के कारण उत्पन्न होता है। सामान्यतः यह एक ही जोड़ को प्रभावित करता है, लेकिन गंभीर स्थिति में यह पॉलीअर्थराइटिस का कारण बन सकता है।
ऑस्टियो अर्थराइटिस: यह एक उम्र से संबंधित स्थिति है, जिसमें हड्डियां धीरे-धीरे टूटने लगती है, जिससे दर्द और सूजन होती है।
पॉलीअर्थराइटिस के लक्षण
इसके लक्षण प्रभावित व्यक्ति के आधार पर अलग हो सकते हैं। इसके सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- जोड़ों में दर्द और सूजन- प्रभावित जोड़ों में सूजन, दर्द और गर्माहट महसूस हो सकती है।
- जकड़न- खासकर सुबह के समय जोड़ों में जकड़न महसूस होती है, जिससे हिलने-डुलने में कठिनाई होती है।
- थकान- पॉलीअर्थराइटिस से पीड़ित व्यक्ति को अत्यधिक थकावट और कमजोरी का अनुभव हो सकती है।
- गर्मी और लालिमा- प्रभावित जोड़ों के आसपास की त्वचा में लालिमा और गर्माहट हो सकती है।
पॉलीअर्थराइटिस का इलाज
पॉलीअर्थराइटिस का कोई पूर्ण इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके उपचार के कुछ उपाय निम्न हैं -
- जोड़ों में लचीलापन बनाए रखने के लिए फिजियोथेरेपी काफी असरदार होती है।
- संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त आराम से लक्षणों को कम किया जा सकता है।
- गंभीर स्थिति में, जब जोड़ों की गति अत्यधिक सीमित हो जाती है, तो सर्जरी आवश्यक हो सकती है।
- पॉलीअर्थराइटिस एक जटिल स्थिति है, लेकिन समय पर निदान और उपचार से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है।
- जोड़ों में किसी भी प्रकार की सूजन या दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। स्वस्थ जीवनशैली और नियमित चिकित्सकीय देखभाल से पॉलीअर्थराइटिस के प्रभाव को नियंत्रित किया जा सकता है।