दांतों की सड़न, फ्रैक्चर का अब लगेगा सटीक पता… इंदौर के दंत चिकित्सालय में आ रही सीबीसीटी मशीन
मध्य प्रदेश का एकमात्र शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर में है। अब यहां आने वाले मरीजों के साथ ही छात्रों के लिए भी अच्छी खबर है। यहां आधुनिक कोन बीम कम्प्यूटेड टोमोग्राफी (सीबीसीटी) मशीन लगाई जा रही है।
Publish Date: Mon, 10 Mar 2025 11:56:24 AM (IST)
Updated Date: Mon, 10 Mar 2025 03:30:37 PM (IST)
HighLights
- मरीजों की बीमारी का सटीक पता लग सकेगा
- दांतों, हड्डियों, जबड़े की थ्रीडी स्कैनिंग होगी
- चिकित्सालय में हर साल 50 हजार मरीज आते हैं
विनय यादव, इंदौर। मध्य प्रदेश के एकमात्र शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय में दांतों की सड़न, फ्रैक्चर का अब सटीक पता लग सकेगा। यहां आधुनिक कोन बीम कम्प्यूटेड टोमोग्राफी (सीबीसीटी) मशीन आ रही है।
इससे जबड़ों की थ्रीडी स्कैनिंग होगी। मशीन के माध्यम से दांतों और मसूड़ों से जुड़ी छोटी से बड़ी समस्याओं के बारे में सटीक जानकारी मिल जाएगी और दांतों का प्रत्यारोपण भी आसान हो जाएगा। इसके लिए लंबे समय से प्रयास किए जा रहे थे। मशीन के टेंडर भी हो गए है, जल्द ही यह सुविधा मरीजों को मिलना शुरू हो जाएगी।
जानिए मशीन की खासियत, आम जन को कैसे होगा फायदा
- इस मशीन के आने से मरीजों की बीमारी का सटीक पता लग सकेगा और उन्हें बेहतर उपचार मिलेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, सीबीसीटी मशीन एक तरह की एक्सरे इमेजिन तकनीकी है।
- इससे दांतों, हड्डियों और चेहरे की नसों और जबड़े की थ्री डी तस्वीरें निकलती हैं। मशीन से जांच में दस मिनट का समय लगता है और इसकी रिपोर्ट भी तुरंत आ जाती है।
- सीबीसीटी मशीन से दांतों, हड्डियों और जबड़े की थ्रीडी स्कैनिंग होती है। इससे जबड़ा, दांत के साथ ही नाक और कान के पास का पूरा हिस्सा और चेहरों की अन्य नसों की सही जानकारी मिल जाती है।
- मशीन से जांच में पांच से दस मिनट का समय लगता है। इसकी रिपोर्ट तुरंत संबंधित मरीज को मिल जाएगी। जबड़े के अंदर की हर छोटी से बड़ी नसों में सूजन की जानकारी इस मशीन के माध्यम से मिल सकेगी, जिससे हमें इलाज करने में भी आसानी होगी। साथ ही महाविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी रिसर्च में इससे लाभ मिलेगा।
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हर वर्ष उपचार के लिए आते हैं 50 हजार से अधिक मरीज
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अलका गुप्ता ने बताया कि दंत चिकित्सालय में हर वर्ष 50 हजार से अधिक मरीज उपचार करवाने के लिए आते हैं। यहां सिर्फ इंदौर ही नहीं बल्कि संभाग और आसपास के जिलों से भी मरीज आते हैं। इससे पहले यहां 75 डेंटल कुर्सियां और ओपीजी मशीन आ गई है।
उन्होंने बताया कि ओपीजी मशीन की इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया भी पुरी हो गई है। अस्पताल में मरीजों को आधुनिक सुविधाएं देने के प्रयास किए जा रहे हैं। सीबीसीटी मशीन की सुविधा मरीजों को जल्द ही मरीजों को मिलने लग जाएगी। जिससे दांतों की सड़न, फ्रैक्चर आदि का सटीक पता लग सकेगा।