धर्म डेस्क: हिंदू धर्म में कुबेर देव को धन के देवता के रूप में पूजनीय माना जाता है। साथ ही, उन्हें सभी देवों के कोषाध्यक्ष के रूप में भी जाना जाता है। इस विश्वास के आधार पर, धनतेरस (Dhanteras 2025) या उसके आस-पास कोई विशेष पौधा घर में लगाया जाए, तो इसे शुभ माना जाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि क्रासुला पौधा क्यों महत्वपूर्ण है, इसे किन दिशाओं में रखना चाहिए, और अन्य शुभ पौधे क्या हैं।
क्रासुला (Crassula) को वास्तु एवं धार्मिक मान्यताओं में अत्यंत ही प्रिय माना जाता है। कहा जाता है कि इस पौधे को घर में लगाने से कुबेर देव की कृपा प्राप्त होती है और धन-समृद्धि का मार्ग खुलता है। इसके रखरखाव की अपेक्षा सरल होती है, और इसे कम देखभाल में भी जीवित रखा जा सकता है। कई लोग इसे “मनी प्लांट” के नाम से भी जानते हैं।
वास्तु शास्त्र में यह उल्लेख मिलता है कि क्रासुला पौधे को घर की उत्तरी दिशा में रखा जाए, क्योंकि इसे कुबेर देव की दिशा माना गया है। जब यह पौधा उत्तर दिशा में रखा जाता है, तो माना जाता है कि धन-संपत्ति का प्रवाह घर में बढ़ता है। इसके अतिरिक्त, इसको दक्षिण-पश्चिम दिशा में भी रखा जा सकता है — इस दिशा में रखने से जातक को उन्नति के योग बनते हैं। इस प्रकार, ये दो दिशाएँ विशेष महत्व रखती हैं।
जब क्रासुला पौधा घर में रखा जाता है, तो केवल कुबेर देव की कृपा ही नहीं मिलती, बल्कि धन की देवी—मां लक्ष्मी की भी कृपा बनी रहती है। इसके साथ ही, यह पौधा घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाता है और नकारात्मक ऊर्जा को कम करता है। इस तरह, धनतेरस के शुभ अवसर पर इस पौधे को अपने घर लाना अत्यंत लाभदायक माना जाता है।
धनतेरस के अवसर पर केवल क्रासुला ही नहीं, बल्कि कुछ अन्य पौधों को भी घर में लगाया जाना शुभ माना जाता है:
शमी का पौधा- इस पौधे का संबंध भगवान शिव और शनिदेव से माना जाता है। यदि आप इसे घर की उत्तर या पूर्व दिशा में लगाते हैं, तो यह सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने में सहायक होता है। अन्य शुभ पौधे जैसे तुलसी, पुदीना आदि भी कुछ घरों में रखे जाते हैं, लेकिन विशेष महत्व क्रासुला और शमी को ही मिलता है।
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1. समय- धनतेरस या उसके पहले कुछ दिन इस पौधे को लाना शुभ होता है।
2. स्थान- उत्तर या दक्षिण-पश्चिम दिशा चुनें।
3. देखभाल- नियमित पानी दें, लेकिन अधिक जल न पड़ने दें।
4. सौंदर्य- स्वस्थ, हरे पत्तों वाला पौधा चुनें।