Maha Ashtami 2025: महा अष्टमी आज, बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में है मदिरा की धार से नगर पूजा की परंपरा
चैत्र नवरात्र का महाअष्टमी तिथि शनिवार को है। इस दिन देशभर में विशेष अनुष्ठान किए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में इस दिन नगर पूजा की परंपरा है। शहर के 40 से अधिक देवी और भैरव मंदिर में पूजा की जाती है।
Publish Date: Sat, 05 Apr 2025 07:26:47 AM (IST)
Updated Date: Sat, 05 Apr 2025 07:26:47 AM (IST)
उज्जैन स्थित 24 खंभा मंदिर। (फोटो- नईदुनिया)HighLights
- सुख समृद्धि के लिए मदिरा की धार से नगर पूजा
- चौबीस खंभा माता मंदिर से की जाती है शुरुआत
- 27 km लंबा नगर पूजा मार्ग, 12 घंटे चलेगी पूजा
नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन (Maha Ashtami 2025)। चैत्र नवरात्र की महाअष्टमी पर शनिवार को सुख समृद्धि के लिए नगर पूजा होगी। चौबीस खंभा स्थित माता महामाया व महालया को मदिरा का भोग लगाकर नगर पूजा की शुरुआत की जाएगी। इसके बाद शहर के 40 से अधिक देवी व भैरव मंदिर में पूजा होगी।
27 किलोमीटर लंबे नगर पूजा मार्ग पर मदिरा की धार लगाई जाएगी। उज्जैन में नगर पूजा की परंपरा सम्राट विक्रमादित्य के काल से चली आ रही है। शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी पर शासन की ओर से नगर पूजा की जाती है।
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कलेक्टर करते हैं पूजा
- कलेक्टर देवी महामाया व महालया को मदिरा का भोग लगाकर नगर पूजा की शुरुआत करते हैं। इसके बाद शासकीय अधिकारी व कोटवारों का दल ढोल ढमाकों के साथ शहर के 40 से अधिक देवी व भैरव मंदिर में पूजा के लिए रवाना होता है।
- करीब 27 किलोमीटर लंबे नगर पूजा मार्ग में मदिरा की धार लगाई जाती है। बीते कुछ सालों से चैत्र नवरात्र में श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े द्वारा नगर पूजा की जा रही है।
- इस बार भी अखाड़े के सचिव व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्रपुरीजी महाराज द्वारा नगर पूजा की जाएगी। पूजा में निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर चारधाम पीठाधीश्वर स्वामी शांतिस्वरूपानंद गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पुरी, महामंडलेश्वर सुमनानंद गिरि, महामंडलेश्वर भागवतानंद गिरि, महामंडलेश्वर रामकृष्णनन्द महाराज शामिल होंगे।