
नईदुनिया प्रतिनिधि, बालाघाट: मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में जुटी एक महिला बीएलओ की सोमवार देर रात मौत हो गई। मृतका अनिता नागेश्वर 13 नवंबर से गोंदिया के निजी अस्पताल में आईसीयू में भर्ती थीं। सोमवार रात हालत बिगड़ने पर उन्हें नागपुर रेफर किया गया था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।
बताया गया कि वह पीलिया और टायफाइड से पीड़ित थीं। बालाघाट विधानसभा अंतर्गत मतदान केंद्र क्रमांक-10 बोट्टा की बीएलओ और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनिता नागेश्वर (50) को पीलिया और टायफाइड होने के कारण उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। सेहत को देखते हुए अनिता की पुत्री ने अपनी मां के अवकाश का आवेदन दिया था, जिसे स्वीकृत कर लिया गया था।
15 नवंबर से बीएलओ का कार्य सहायक बीएलओ शिक्षक अमृतलाल पारधी को सौंपा गया। बीएलओ के कार्य में सहायता के लिए 18 नवंबर से शिक्षक धनराज भलावी भी लगे हुए हैं। लीवर में संक्रमण के चलते अनिता को बेहतर उपचार के लिए गोंदिया से नागपुर रेफर किया गया।
जानकारी के अनुसार, पीलिया और टायफाइड होने के बाद भी अनिता ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और कई दिनों तक उपचार नहीं कराया। 13 नवंबर को अचानक तबीयत खराब होने पर उन्हें तुरंत गोंदिया रेफर किया गया। अनिता को किसी जहरीले कीड़े द्वारा काटने की बात भी सामने आई है। अनिता के पूरे शरीर में इंफेक्शन फैल गया था और लीवर खराब हो चुका था। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
इसके अलावा रीवा में एक बीएलओ को ब्रेन हेमरेज की शिकायत होने पर उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां चले इलाज के दौरान उनकी हालत अब सामान्य बताई जा रही है।
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बता दें कि पुष्पराज नगर में पदस्थ सहायक शिक्षक विजय पांडेय की बीएलओ के तौर पर ड्यूटी लगी थी। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। पूरा मामला गत सोमवार का है। वहीं बीएलओ विजय पांडेय ने बताया कि मेरी तबीयत गुरुवार देर शाम से खराब था। शनिवार और रविवार को तेज बुखार था। सिर में तेज दर्द और बेहोशी की शिकायत पर परिवार के लोग मुझे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने ब्रेन हेमरेज की पुष्टि की।
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घटना के बाद परिजन जांच की मांग कर रहे हैं। परिजन ने नोडल अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं, शिक्षा विभाग और प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि बीमारी की जानकारी के बाद राहत क्यों नहीं दी गई।
मेरे संज्ञान में आया है। इंटरनेट मीडिया के जरिए मुझे जानकारी मिली है। मैंने जांच करने के लिए आदेश दिए हैं कि संबंधित व्यक्ति द्वारा स्वास्थ्य संबंधित समस्या बात कर अवकाश के लिए आवेदन दिया गया था कि नहीं।
-सपना त्रिपाठी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी रीवा।