डिजिटल डेस्क, इंदौर। हम में से ज्यादातर लोग हाथों से खाना पसंद करते हैं क्योंकि ऐसे खाने से हमें संतुष्टि मिलती है। शायद यही वजह भी है कि हमारी भारतीय संस्कृति में हाथों से खाना खाने की परंपरा सदियों पुरानी है। यह केवल सांस्कृतिक आदत नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई स्वास्थ्यवर्धक लाभ भी छिपे हैं।
हाथों से खाने की ये आदत धीरे-धीरे खाने और बेहतर चबाने को प्रोत्साहित करती है, जिससे पाचन आसान होता है। साथ ही, यह इम्यूनिटी बढ़ाने और गैस्ट्रिक समस्याओं को कम करने में सहायक होती है।
हाथों से खाना खाने से न केवल संतुष्टी मिलती है, बल्कि यह पाचन तंत्र को भी बेहतर बनाने में मदद करता है। वैज्ञानिक अध्ययन और आयुर्वेद दोनों ही इस आदत के फायदों को मान्यता देते हैं। तो आईए जानते हैं कि हाथों से खाने करने से, कैसे पाचन में मदद मिलती है...
खाने में संतुलन- हाथों से खाना खाने पर खाने की मात्रा और उसके टेंम्परेचर का पता चलता है। यह अधिक खाने से बचने और संतुलित मात्रा में खाने की आदत विकसित करता है, जो पाचन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
आयुर्वेद और हाथों से खाना खाना- आयुर्वेद में हाथों से खाना खाने को मानसिक और शारीरिक संतुलन के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। यह मेटाबॉलिज्म को सक्रिय करता है, क्योंकि उंगलियों का स्पर्श मस्तिष्क को संकेत देता है, जिससे पाचन प्रक्रिया तेज होती है। इससे भोजन को सही तरीके से पचाने में मदद मिलती है।
हाथों से खाना पाचन का वैज्ञानिक तरीका- हाथों से खाना हमारी परंपरा का हिस्सा ही नहीं, बल्कि एक वैज्ञानिक रूप से अच्छी आदत है। यह खाने के प्रति गहरा जुड़ाव विकसित करता है, जबकि पाचन प्रक्रिया को सरल और प्रभावी बनाता है।
यह भी पढ़ें- पाचन तंत्र को फिट रखना चाहते हैं, तो अपनाएं ये छोटी-छोटी लेकिन अच्छी आदतें
मस्तिष्क और खाने के बीच जुड़ाव- हाथों से खाना खाने पर हमारा दिमाग भोजन की बनावट, टेंपरेचर और टैक्श्चर को बेहतर तरीके से पहचानता है। यह प्रक्रिया खाने के प्रति हमारी अवेयरनेस को बढ़ाती है, जिससे हमारा दिमाग पाचन के लिए जरूरी संकेतों को सक्रिय करता है, और पाचन में मदद करता है।
एंजाइम का नेचुरल स्राव- हमारे लार में कुछ प्राकृतिक एंजाइम पाए जाते हैं, जो खाने के साथ संपर्क में आते ही पाचन क्रिया को सरल बनाते हैं। यह एंजाइम खाने को छोटे मॉलीक्यूल में तोड़ने में मदद करते हैं, जिससे पेट को कम मेहनत करनी पड़ती है।
धीमा और ध्यानपूर्वक खाना- हाथों से खाने की प्रक्रिया स्वाभाविक रूप से खाने को धीरे-धीरे और ध्यानपूर्वक चबाने की ओर ले जाती है। यह आदत खाने को बेहतर तरीके से पचने योग्य बनाती है और पेट में गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं को कम करती है।