डिजिटल डेस्क, इंदौर। प्रेशर कुकर का इस्तेमाल लगभग हर घरों में रोजाना किया जाता है। ये समय बचाने और खाना जल्दी पकाने में हमारी मदद करता है। ये बात और है कि हर तरह के फूड्स प्रेशर कुकर में पकाने (Foods Not to Cook in Pressure Cooker) के लिए उपयुक्त नहीं होते।
कुछ फूड्स को कुकर में पकाने से उनकी बनावट, टेस्ट और न्यूट्रीशन वैल्यू खराब हो सकते हैं। कभी-कभी तो इनमें बने फूड में रिएक्शन होने से टॉक्सिटी फैलने का भी डर होता है, जो सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालता हैं। यहां कुछ ऐसे ही फूड्स की जानकारी दी जा रही है, जिन्हें प्रेशर कुकर में पकाने से बचना चाहिए।
चावल और पास्ता को प्रेशर कुकर में पकाने से ये जरूरत से ज्यादा गाढ़े और चिपचिपे हो जाते हैं, जिससे उनका सही टेक्सचर और स्वाद बिगड़ सकता है। इसके साथ ही चावल में मौजूद स्टार्च बाहर नहीं निकल पाता और चावल में घुलकर हमारे शरीर में यूरिक एसिड की समस्या को बढ़ाता है।
पालक, मेथी, और पत्ता गोभी जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां प्रेशर कुकर में पकाने से उनका नेचुरल कलर और पोषण नष्ट हो सकता है। इन्हें प्रेशर कुकर में पकाने से नाइट्रेट की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे अपच जैसी समस्या पैदा हो जाती है। ये ज्यादा पकने के कारण टेस्ट लेस भी हो जाती हैं।
फल जैसे सेब, नाशपाती या केले को प्रेशर कुकर में पकाने से उनकी बनावट खराब हो जाती है और वे अत्यधिक नरम होकर अपना स्वाद खो देते हैं।
मछली का मांस प्रेशर कुकर की अत्यधिक गर्मी और दबाव में टूट जाता है। इसे हल्की आंच पर पकाना ही बेहतर रहता है।
पनीर को कुकर में पकाने से यह कठोर और रबर जैसा हो सकता है। इसके नर्म और मुलायम टेक्सचर को बनाए रखने के लिए इसे कम तापमान पर पकाना चाहिए।
वैसे तो बीन्स को पकाने के लिए प्रेशर कुकर का इस्तेमाल आम है। मगर, इन्हें सही ढंग से न पकाने से ये जल सकते हैं या सही से नहीं पकते। इसके अलावा बींस में लेक्टिन नामक पॉइजन होता है, जो अपच जैसी समस्याएं और टॉक्सिटी का कारण बन सकता है।
गाढ़े सूप और करी कुकर में पकाने पर अक्सर तले में चिपक जाते हैं, जिससे कुकर खराब हो सकता है। इसके अलावा, इनके जलने की आशंका भी बढ़ जाती है।
प्रेशर कुकर का सही इस्तेमाल ही स्वास्थ्य और स्वाद के लिए फायदेमंद है। इन फूड्स को कुकर में पकाने से बचकर आप उनके पोषण और स्वाद को बेहतर बनाए रख सकते हैं।