डिजिटल डेस्क, इंदौर। मस्तिष्क को डिटॉक्स करना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि स्ट्रेस, एंजाइटी, आस पास की नेगेटिविटी और डिजिटल ओवरलोड हमारे मस्तिष्क को थका देते हैं। इससे चिड़चिड़ापन और निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होने लगती है।
ऐसे में मस्तिष्क डिटॉक्स करने से मस्तिष्क को आराम तो मिलता ही है। साथ ही इसकी एनर्जी भी बढ़ती है और फोकस करने और याददाश्त में सुधार होता है। यह मानसिक शांति प्रदान करता है, जीवन में संतुलन लाता है औऱ क्रिएट्विटी को बढ़ावा देता है।
स्वस्थ मस्तिष्क से ही जीवन अधिक खुशहाल बनता है। ऐसे में अपने मानसिक स्वास्थ्य को तरोताजा बनाए रखने के लिए इसे डिटॉक्स करना जरूरी है। इसे कुछ गतिविधियों के द्वारा किया जा सकता है।आइए जानते हैं इनके बारे में…
मेडिटेशन और गहरी सांस लेने के व्यायाम से मस्तिष्क शांत होता है। रोजाना 10-15 मिनट ध्यान जरूर करें। यह स्ट्रेस को कम करके मेंटल एनर्जी लेवल को बढ़ाता है। मेडिटेशन सुबह के समय करना ज्यादा इफेक्टिव रहता है।
फिजिकल एक्टिविटी जैसे कि कुछ एक्सरसाइज में जॉगिंग रनिंग स्विमिंग या डांसिंग, मस्तिष्क में एंडोर्फिन को बढ़ाते हैं, जो मूड को सुधारते हैं और चिंता को कम करते हैं।
फोन और गैजेट्स से दूरी बनाएं। दिन में कम से कम एक घंटा डिजिटल स्क्रीन से दूर रहें। इससे मानसिक थकावट कम होती है।
डेली हरे-भरे पेड़ों के बीच कुछ समय जरूर बिताएं। घर के बगीचे या पार्क में टहलने के लिए जाएं। यह तनाव को दूर करता है और मानसिक शांति लाता है।
पेंटिंग, लेखन या संगीत जैसी रचनात्मक गतिविधियां तनाव को कम करती हैं और मस्तिष्क को नई ऊर्जा देती हैं। इसलिए जिसमें आपकी रुचि हो, उसे जरूर करें।
डार्क चॉकलेट, नट्स और फल जैसे कुछ फूड्स मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होते हैं और फोकस बढ़ाते हैं। इसलिए इन्हें भी सीमित मात्रा में जरूर खाएं।
नींद का मानसिक स्वास्थ्य से सीधा संबंध है। इसलिए डेली 7-8 घंटे की गहरी नींद जरूर लें। ये मस्तिष्क को डिटॉक्स करती है और ध्यान क्षमता बढ़ाती है।
नियमित अपने विचार और भावनाएं लिखें। यह मस्तिष्क को हल्का करता है और नेगेटिविटी को कम करता है।
खुशमिजाज और सकारात्मक लोगों के साथ समय बिताने से मानसिक थकावट दूर होती है। इसलिए कुछ पल ऐसे पॉजिटिव लोगों के साथ जरूर बिताएं।