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चुनाव तारीख: 29 अप्रैल 2019
आल्हा उदल की वीरभूमि ने वर्ष 1967 के बाद किसी भी दल या व्यक्ति को यह गुमान करने का मौका नहीं दिया कि वह जनता के चहेते हैं। नेताओं से नाखुश जनता ने हर बार पार्टी बदली और हर बार व्यक्ति बदला। यहां के सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल भाजपा से हैं। विधानसभा और मुद्दे इस संसदीय क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र हैं। दो हमीरपुर जिले की राठ और सदर, दो विधासभा सीट महोबा की चरखारी और महोबा है। पांचवीं विधानसभा सीट बांदा जिले की तिंदवारी है। विकास के मामले में शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ ही पर्यटन भी पूरी तरह बदहाल है। पर्यटन के कई प्रस्ताव शासन में लंबित हैं। स्थानीय मुद्दों में स्वास्थ्य सेवा, बेहतर शिक्षा, रोजगार और इन सभी की पूर्ति की लिए बंदुलेखंड राज्य की मांग प्रमुख है। बड़ी घटना इस क्षेत्र में पिछले पांच वर्षों में सबसे बड़ी घटना महोबा में वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान से पूर्व रात में सपा व बसपा समर्थकों में टकराव की रही। इसमें फायरिंग भी हुई थी और बसपा प्रत्याशी की मौत हो गई थी। दोनों ही पार्टी के समर्थक जेल में डाले गए थे। बुंदेलखंड राज्य के लिए कुछ संगठनों का 230 दिनों से संयुक्त अनशन जारी है। हमीरपुर की खास बातें हमीरपुर, उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर एवं लोकसभा क्षेत्र है। यह कानपुर के दक्षिण में यमुना नदी के तट पर स्थित है। यह नगर एक कृषि व्यापार केंद्र है। यह शहर यमुना और बेतवा नदियों के संगम पर बसा है। सिंहमहेश्वरी मंदिर संगमेश्वर मन्दिर, चौरादेवी मंदिर, बांकेबिहारी मंदिर, मेहर बाबा मंदिर, साईं दाता आश्रम यहां के प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। दिल्ली से हमीरपुर की दूरी 419.9 किलोमीटर और लखनऊ से हमीरपुर की दूरी 983 किलोमीटर है।